बस जहां है जैसे भी है सावधानी से रहे मस्त रहे और खुश रहे ! बस जहां है जैसे भी है सावधानी से रहे मस्त रहे और खुश रहे !
जब डैडी ने अपना व्यवसाय चुना लेखक : अलेक्सान्द्र रास्किन ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास जब डैडी ने अपना व्यवसाय चुना लेखक : अलेक्सान्द्र रास्किन ; अनुवाद : आ. चारुमत...
जिससे बुरे वक्त में पड़ोसी का सहयोग मिल सके। जिससे बुरे वक्त में पड़ोसी का सहयोग मिल सके।
रमेश को मालूम है कि उनकी इस सीख में उसके लिए भी एक संदेश था। रमेश को मालूम है कि उनकी इस सीख में उसके लिए भी एक संदेश था।
जीजाजी मुझे तो ये सब जन्मों का चक्कर एकदम सच्चा लगता है तभी तो मैं नहीं मानता ! जीजाजी मुझे तो ये सब जन्मों का चक्कर एकदम सच्चा लगता है तभी तो मैं नहीं मानता !
ऐसा कहते ही आँखों को पोंछकर दोनों वहाँ से निकल पड़ते हैं। ऐसा कहते ही आँखों को पोंछकर दोनों वहाँ से निकल पड़ते हैं।