माना कि चाचा को ज्यादा समझ नहीं थी फिर भी संवेदनात्मक स्तर पर बखूबी महसूस करते थे माना कि चाचा को ज्यादा समझ नहीं थी फिर भी संवेदनात्मक स्तर पर बखूबी महसूस करते थ...
नको उपेक्षा नहीं अपनेपन और प्यार की जरूरत है। नको उपेक्षा नहीं अपनेपन और प्यार की जरूरत है।
विद्यालय में वह मंदबुद्धि कहलाता था। उसके अध्यापक उससे नाराज रहते थे । विद्यालय में वह मंदबुद्धि कहलाता था। उसके अध्यापक उससे नाराज रहते थे ।
तुम्हारा बेटा बहुत होशियार हैं। उसके लिए यह स्कूल बहुत छोटी है तुम्हारा बेटा बहुत होशियार हैं। उसके लिए यह स्कूल बहुत छोटी है