कंडक्टर ने व्यंग्य भरी आवाज़ में कहा– “किसी का तो जमीर जिन्दा है ! भाईसाहब! आपको पहले आकर चढ़ना था, ये... कंडक्टर ने व्यंग्य भरी आवाज़ में कहा– “किसी का तो जमीर जिन्दा है ! भाईसाहब! आपको ...
कौवे के पास भी जमीन से हटने की ताकत नहीं थी और उसे हार माननी पड़ी। कौवे के पास भी जमीन से हटने की ताकत नहीं थी और उसे हार माननी पड़ी।
"नीला ने सहजता से पूछा दादी से और उसकी दादी एकटक नीला को देखती रही। "नीला ने सहजता से पूछा दादी से और उसकी दादी एकटक नीला को देखती रही।
एक दिन सेठ की बीवी ने उसको भोजन में बहुत कम रोटी दी एक दिन सेठ की बीवी ने उसको भोजन में बहुत कम रोटी दी