वो बूढ़ा हो चला था और अमरूद का पेड़ भी वो बूढ़ा हो चला था और अमरूद का पेड़ भी
उसी ने यह सब कुछ लिख दिया। समझी मेरी डायरी ? उसी ने यह सब कुछ लिख दिया। समझी मेरी डायरी ?
थम से बैठ गया घर के सामने, जो कि उसका ही घर था। थम से बैठ गया घर के सामने, जो कि उसका ही घर था।
सभी ने सर्वसम्मति से नन्दू को अपना मुखिया चुन लिया तथा एक स्वर में जोर से नारा लगाया सभी ने सर्वसम्मति से नन्दू को अपना मुखिया चुन लिया तथा एक स्वर में जोर से नारा ल...
उनके सामने रिश्तों की अहमियत जैसे खत्म हो जाती है, अहसास मरते जाते हैं। काश रिश्तों की उनके सामने रिश्तों की अहमियत जैसे खत्म हो जाती है, अहसास मरते जाते हैं। काश रिश्...
जिसकी बूंदों से उसे आर्यन की आंखों से नक़ली आंसू निकालने थे। जिसकी बूंदों से उसे आर्यन की आंखों से नक़ली आंसू निकालने थे।