भाई पता है बचपन में कैसे अपन भी छोटी छोटी बातों पर झगड़ते थे भाई पता है बचपन में कैसे अपन भी छोटी छोटी बातों पर झगड़ते थे
वो तो हमारी कही हुई सारी बातों को सुन लेती हैं वो तो हमारी कही हुई सारी बातों को सुन लेती हैं
बातों का सिलसिला कभी कम कभी ज्यादा बस चलता रहा। बातों का सिलसिला कभी कम कभी ज्यादा बस चलता रहा।
उन्होंने सदा एक दूसरे की सहायता करने का वादा किया। उन्होंने सदा एक दूसरे की सहायता करने का वादा किया।
इन पंखों वाली बातों से अपने परिवार को सावधान कर दिल ही दिल खुश हैं। इन पंखों वाली बातों से अपने परिवार को सावधान कर दिल ही दिल खुश हैं।
मैं भी कहां अपने मन में उठ रहीं इन गहराई की बातों को लेकर बैठ गई, मैं भी कहां अपने मन में उठ रहीं इन गहराई की बातों को लेकर बैठ गई,