तब ज़िम्मेदारी कम थी बस आज में जीना मायने रखता था। तब ज़िम्मेदारी कम थी बस आज में जीना मायने रखता था।
मेरे दिल का हाल क्या था उस वक़्त ये शायद शब्दों में बयां करना मेरे लिये संभव ना हो मेरे दिल का हाल क्या था उस वक़्त ये शायद शब्दों में बयां करना मेरे लिये संभव ना ह...