और जो घर था वो किसी ने हड़प लिया I पिता की बात रह-रहकर याद आती है I और जो घर था वो किसी ने हड़प लिया I पिता की बात रह-रहकर याद आती है I
मेरे दिल का हाल क्या था उस वक़्त ये शायद शब्दों में बयां करना मेरे लिये संभव ना हो मेरे दिल का हाल क्या था उस वक़्त ये शायद शब्दों में बयां करना मेरे लिये संभव ना ह...