यहां जातिवाद के नाम पर ना भेदभाव होगाI सबसे उन्नत अब हमारा समाज होगाI यहां जातिवाद के नाम पर ना भेदभाव होगाI सबसे उन्नत अब हमारा समाज होगाI
और जो घर था वो किसी ने हड़प लिया I पिता की बात रह-रहकर याद आती है I और जो घर था वो किसी ने हड़प लिया I पिता की बात रह-रहकर याद आती है I