तो क्यों हमारा ये समाज लड़की वालों को ही हमेशा झुकाना चाहता है। तो क्यों हमारा ये समाज लड़की वालों को ही हमेशा झुकाना चाहता है।
-“क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ सर?” एक धीमी सी, कांपती आवाज कमरे में तैर गई। क्लर्क बाबू ने दरवाजे की त... -“क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ सर?” एक धीमी सी, कांपती आवाज कमरे में तैर गई। क्लर्क...
हर पिता राजा जनक की तरह ही अपनी बेटी को जन्म से ही प्यार से पालता है। हर पिता राजा जनक की तरह ही अपनी बेटी को जन्म से ही प्यार से पालता है।
सुखद एहसास पिता पुत्री के रिश्ता का सुखद एहसास पिता पुत्री के रिश्ता का
वक़्त का पहिया घूमता है और जाने कब बेटी अपने ही पिता को संभालती उनकी माँ बन जाती है वक़्त का पहिया घूमता है और जाने कब बेटी अपने ही पिता को संभालती उनकी माँ बन जाती ...
मिलते हैं तो सिर्फ़ और सिर्फ़ आप...क्या इसी तरह होता है हस्तांतरण प्रकृति का ? मिलते हैं तो सिर्फ़ और सिर्फ़ आप...क्या इसी तरह होता है हस्तांतरण प्रकृति का ?