मैंने हसती खेलती जिंदगी में बहुत कुछ देखा है। मैंने हसती खेलती जिंदगी में बहुत कुछ देखा है।
भी पूर्ण-आत्मविश्वास से कहूँ ! मैं ही काफी हूं। भी पूर्ण-आत्मविश्वास से कहूँ ! मैं ही काफी हूं।
मैं उस लम्हे की कर्ज़ दार हूँ जिसने मोहा को पूजा के मायने सिखाये। मैं उस लम्हे की कर्ज़ दार हूँ जिसने मोहा को पूजा के मायने सिखाये।
और ना ही मेरी जिज्ञासा का जवाब आज भी मुझे मिला नहीं। और ना ही मेरी जिज्ञासा का जवाब आज भी मुझे मिला नहीं।
मैं भी पूर्ण-आत्मविश्वास से कहूँ ! मैं ही-काफी-हूं। मैं भी पूर्ण-आत्मविश्वास से कहूँ ! मैं ही-काफी-हूं।
मुझ पर आपका विश्वास करना ही है, हर संकट की घड़ी में आपका यह कहना तुम हो न.....। मुझ पर आपका विश्वास करना ही है, हर संकट की घड़ी में आपका यह कहना तुम हो न.....।