नारद मुनी सकपकाए और अपनी असमर्थता को व्यक्त करने का प्रयत्न किया। नारद मुनी सकपकाए और अपनी असमर्थता को व्यक्त करने का प्रयत्न किया।
समय रहते यदि मानव समझ गया तो ठीक अन्यथा धरती का विनाश होना निश्चित है और इसमें ज्यादा समय भी नहीं लग... समय रहते यदि मानव समझ गया तो ठीक अन्यथा धरती का विनाश होना निश्चित है और इसमें ज...
"भगवान मेरा सारा ध्यान घड़ों पर ही था।। इस कारण मैंने तुम्हारा नाम एक बार भी नहीं लिया। "भगवान मेरा सारा ध्यान घड़ों पर ही था।। इस कारण मैंने तुम्हारा नाम एक बार भी नही...
निंदा कितनी अच्छी है! पढ़कर मजा लें!! निंदा कितनी अच्छी है! पढ़कर मजा लें!!
अतः ईश्वर को अपने भक्तों की हर बात माननी पड़ती है। अतः ईश्वर को अपने भक्तों की हर बात माननी पड़ती है।
मुनि वर मैं अपने पिछले जन्म में गरीब बाहृमण माँ का इकलौता पुत्र था. मुनि वर मैं अपने पिछले जन्म में गरीब बाहृमण माँ का इकलौता पुत्र था.