ज़िद करने लगी मामा कहानी सुनाओ ज़िद करने लगी मामा कहानी सुनाओ
तुम्हारे लिये बुना है सबसे छुप कर" उस दिन पता चला कि वो मुझे प्यार करती थी। तुम्हारे लिये बुना है सबसे छुप कर" उस दिन पता चला कि वो मुझे प्यार करती थी।
ये गाँव में बिताई छुट्टियाँ होती कभी ननिहाल में बीतती तो वो कुछ और रंग की होतीं शहर में होने से ! ये गाँव में बिताई छुट्टियाँ होती कभी ननिहाल में बीतती तो वो कुछ और रंग की होतीं ...
मैं एक छोटी सी लहर हूँ, मैं एक छोटी सी लहर हूँ। मैं एक छोटी सी लहर हूँ, मैं एक छोटी सी लहर हूँ।
अन्दर प्रवेश करते ही एक तरफ और लकड़ी का दरवाज़ा दिखता है अन्दर प्रवेश करते ही एक तरफ और लकड़ी का दरवाज़ा दिखता है
अपनी माँ का आँचल छोड़ने के बाद कभी उसकी ममता की छाँव में वापिस न जा पाई। अपनी माँ का आँचल छोड़ने के बाद कभी उसकी ममता की छाँव में वापिस न जा पाई।