खुद का भविष्य अभी तक धरने पर टिका है और बच्चों को फालतू के सपने दिखाते रहते हैं खुद का भविष्य अभी तक धरने पर टिका है और बच्चों को फालतू के सपने दिखाते रहते हैं
एक मेरी इच्छाओं को आसमान तक पहुँचता है तो एक वहीं से गिरता है। एक मेरी इच्छाओं को आसमान तक पहुँचता है तो एक वहीं से गिरता है।
‘यह बिल के विरोध का उत्पात नहीं है, आम जनता जो उनको नहीं मानते उन पर सीधा आक्रमण है ‘यह बिल के विरोध का उत्पात नहीं है, आम जनता जो उनको नहीं मानते उन पर सीधा आक्रमण...
दूसरी तरफ प्रेमा की मेड आत्मनिर्भर बनने के लिए अतिउत्साहित थी । दूसरी तरफ प्रेमा की मेड आत्मनिर्भर बनने के लिए अतिउत्साहित थी ।
ऐ छुटकी सुन। मैं मयंक के घर जा रहा हूँ पढ़ाई करने, बाबूजी पूछे तो बता देना। ऐ छुटकी सुन। मैं मयंक के घर जा रहा हूँ पढ़ाई करने, बाबूजी पूछे तो बता देना।