डर जैसा कुछ भी नहीं होता है बस डर हमारे दिमाग में होता है ! डर जैसा कुछ भी नहीं होता है बस डर हमारे दिमाग में होता है !
अगर दरवाजा खोलना ही है तो आंखें बंद कर लेने से नहीं चलेगा। अगर दरवाजा खोलना ही है तो आंखें बंद कर लेने से नहीं चलेगा।
राहुल के लिये.. इतना आकर्षण.. उसकी छुअन.. सब अभी भी महसुस हो रहा है.. और मन ही मन सोचती है.. की हां,... राहुल के लिये.. इतना आकर्षण.. उसकी छुअन.. सब अभी भी महसुस हो रहा है.. और मन ही म...