अगले स्टेशन पर झटके से ट्रेन रुकी और कपाट खुलते ही एक सुंदर सी कन्या मेरे बगल में आकर खड़ी हो गयी अगले स्टेशन पर झटके से ट्रेन रुकी और कपाट खुलते ही एक सुंदर सी कन्या मेरे बगल मे...
उस वक़्त की बात ही निराली थी, कम संसाधन थे,पर लोगों के पास एक-दूसरे के लिए वक़्त की कमी नहीं होती थी... उस वक़्त की बात ही निराली थी, कम संसाधन थे,पर लोगों के पास एक-दूसरे के लिए वक़्त...
सबसे चंदा जमा करके, अलग- अलग रंग के डब्बे लाया! सबसे चंदा जमा करके, अलग- अलग रंग के डब्बे लाया!
अब भी कुछ तो शेष था जिसके कारण दोनों ने पालन पोषण का मान रख लिया था। अब भी कुछ तो शेष था जिसके कारण दोनों ने पालन पोषण का मान रख लिया था।
किसी भी ट्रेन के सफर का मजा लेना हो तो उसके जनरल डिब्बे में बैठ जाइए। किसी भी ट्रेन के सफर का मजा लेना हो तो उसके जनरल डिब्बे में बैठ जाइए।
नये जमाने की समझदार मिनी को माँ के अहं को ठेस पहुंचाए बिना ये काम करना था! नये जमाने की समझदार मिनी को माँ के अहं को ठेस पहुंचाए बिना ये काम करना था!