कुछ अवांछित तत्वों ने हमला किया चालक को मारते हुए रिया की भी छेड़छाड़ करने लगे कुछ अवांछित तत्वों ने हमला किया चालक को मारते हुए रिया की भी छेड़छाड़ करने लगे
लेखक -अलेक्सान्द्र कुप्रिन अनुवाद - आ. चारुमति रामदास लेखक -अलेक्सान्द्र कुप्रिन अनुवाद - आ. चारुमति रामदास
अब्बा हुजूर को भी तैयार कर लिया कि मेरी कहानी को आख़िर परवान चढ़ा ही दिया जाए। अब्बा हुजूर को भी तैयार कर लिया कि मेरी कहानी को आख़िर परवान चढ़ा ही दिया जाए।
मैंने मन ही मन पहले प्यार को टूटते देखा। दुखी मन से हँसते हुए कहा कोई बात नहीं... मैंने मन ही मन पहले प्यार को टूटते देखा। दुखी मन से हँसते हुए कहा कोई बात नहीं.....
जिम्मी हमेशा घर में कोई भी मेहमान या घर के सदस्यों को छोड़ने के लिए सड़क तक अवश्य जाता है जिम्मी हमेशा घर में कोई भी मेहमान या घर के सदस्यों को छोड़ने के लिए सड़क तक अवश्य ...
क्या हुआ गीता, मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि तुम मेरी बातें समझ नहीं रही हो या समझना नहीं क्या हुआ गीता, मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि तुम मेरी बातें समझ नहीं रही हो या समझ...