शायद आज़ादी की ओर शायद आज़ादी की ओर
फिर कहां गई वो नाप तुम्हारी, छप्पन इंची सीना क्यों है ? फिर कहां गई वो नाप तुम्हारी, छप्पन इंची सीना क्यों है ?
एक गरीब नाबालिग लड़का अगर मेहनत करके ईमानदारी से अपना पेट भरना चाहे तो वह जुर्म हो जाता एक गरीब नाबालिग लड़का अगर मेहनत करके ईमानदारी से अपना पेट भरना चाहे तो वह जुर्म ह...
वाणी दनदनाते कमरे में जा कर बजरंग से पूछती है "मुस्सदी क्यों आया था?" "तुझे मालूम है कि वह किस का... वाणी दनदनाते कमरे में जा कर बजरंग से पूछती है "मुस्सदी क्यों आया था?" "तुझे म...
गोविन्द जी पर प्रिय हरासमेंट का इल्ज़ाम लगाती है, और बिना गोविन्द जी की बात सुने उन्हें नौकरी से निक... गोविन्द जी पर प्रिय हरासमेंट का इल्ज़ाम लगाती है, और बिना गोविन्द जी की बात सुने...
दोनों की आँखों से आँखें मिली और होंठ मुस्कुरा उठे। दोनों की आँखों से आँखें मिली और होंठ मुस्कुरा उठे।