चलकर एक खुशहाल ज़िन्दगी जीते है और भविष्य में अलादीन शहंशाह बन जाता है। चलकर एक खुशहाल ज़िन्दगी जीते है और भविष्य में अलादीन शहंशाह बन जाता है।
कब आएगा मेरे घर का चिराग...जब मैं मर जाऊंगी। कब आएगा मेरे घर का चिराग...जब मैं मर जाऊंगी।
देख कर बाबुल की खुशियाँ, ढूँढ लेती उसमे अपना सवेरा। कैसे कहूँ कैसी होती हैं ये बेटियाँ ? देख कर बाबुल की खुशियाँ, ढूँढ लेती उसमे अपना सवेरा। कैसे कहूँ कैसी होती हैं ये...
असफलता का जश्न पहली बार देखा था और यह जश्न अपने उद्देश्य में सफल भी रहा। असफलता का जश्न पहली बार देखा था और यह जश्न अपने उद्देश्य में सफल भी रहा।
अभी कुछ मिनटों पहले ही ज्ञानस्थल अकेडमी का चश्म-ओ-चिराग घोषित हुआ था। अभी कुछ मिनटों पहले ही ज्ञानस्थल अकेडमी का चश्म-ओ-चिराग घोषित हुआ था।
अरविंद भाई ने बहुत प्रयास किया पर उसने पढ़ाई नहीं की। अरविंद भाई ने बहुत प्रयास किया पर उसने पढ़ाई नहीं की।