कुछ तो ख्याल कर...ऐ जिंदगी... कुछ तो ख्याल कर...ऐ जिंदगी...
इश्क़ में यार क्या नहीं होता। इश्क़ में यार क्या नहीं होता।
तेरे करम का नज़ारा है इन नज़ारों में। तेरे करम का नज़ारा है इन नज़ारों में।
दो पल की नींद भी तो मयस्सर नहीं इन्हें,जीते हैं किस तरह ये, उजालों से पूछिये। दो पल की नींद भी तो मयस्सर नहीं इन्हें,जीते हैं किस तरह ये, उजालों से पूछिये।
पूर्वांचल की सोंधी खुशबू उनकी अवधी रचनाओं में महसूस की जा सकती है। पूर्वांचल की सोंधी खुशबू उनकी अवधी रचनाओं में महसूस की जा सकती है।
सच कहता हूँ तब हे प्रिय मुझे याद तुम्हारी आती है। सच कहता हूँ तब हे प्रिय मुझे याद तुम्हारी आती है।