नहाए-धुलाए बच्चे के चेहरे पर यूँ मक्खियों का बैठना वसुंधरा को गँवारा नहीं होता। नहाए-धुलाए बच्चे के चेहरे पर यूँ मक्खियों का बैठना वसुंधरा को गँवारा नहीं होता।
पिताजी आप सच में अपने घर में एक कूड़ा उठा लाए। आपने तो मुझे अपने घर का चिराग बनाना चाहा और मैंने आप ... पिताजी आप सच में अपने घर में एक कूड़ा उठा लाए। आपने तो मुझे अपने घर का चिराग बना...
गरीब लोगों की हालत पर एक मार्मिक रचना, उनके जीवन से मरण तक को इस लघुकथा कथा के माध्यम से कहानीकार ने... गरीब लोगों की हालत पर एक मार्मिक रचना, उनके जीवन से मरण तक को इस लघुकथा कथा के म...
इतना कुछ करती हो तुम हमारे लिए तो हम ऐसा क्यों कहेंगे ? इतना कुछ करती हो तुम हमारे लिए तो हम ऐसा क्यों कहेंगे ?
अगर ऐसा नहीं हुआ तो परिणाम भयंकर होंगे।' अगर ऐसा नहीं हुआ तो परिणाम भयंकर होंगे।'
एक थैली में खाना देख बच्ची की आंखों में एक चमक सी आ गयी अपनी माँ की तरफ देखते हुए बोली एक थैली में खाना देख बच्ची की आंखों में एक चमक सी आ गयी अपनी माँ की तरफ देखते हु...