तुम्हें और रोहन को असीम स्नेह।जब तुम दोनों को जरूरत होगी मुझे अपने साथ ही पाओगे। तुम्हें और रोहन को असीम स्नेह।जब तुम दोनों को जरूरत होगी मुझे अपने साथ ही पाओगे।
"इसे खोलना, पढ़ना, समझना तब देखना, जिंदगी में बधाई दोगी नहीं लोगी। "इसे खोलना, पढ़ना, समझना तब देखना, जिंदगी में बधाई दोगी नहीं लोगी।
घबरा कर कमली ने आँखे खोली ही थी की तभी इंटरकॉम पर मैसेस मिला की कुछ रिपोर्टर उससे मिलना चाहते है.. घबरा कर कमली ने आँखे खोली ही थी की तभी इंटरकॉम पर मैसेस मिला की कुछ रिपोर्टर उसस...
गरीबी और गाँव वालों की वजह से उसकी माँ को उसको बचने एक ही रास्ता समझ आया किन्नर, और उस लड़की ने स्त्... गरीबी और गाँव वालों की वजह से उसकी माँ को उसको बचने एक ही रास्ता समझ आया किन्नर,...
आज वो ख़ुश थी क्योंकि उसने दो बच्चों की ज़िंदगी सवारने का निर्णय लिया। आज वो ख़ुश थी क्योंकि उसने दो बच्चों की ज़िंदगी सवारने का निर्णय लिया।
मात्र एक अंग ना होने की कितनी भयंकर सजा मिली है उन्हें! मात्र एक अंग ना होने की कितनी भयंकर सजा मिली है उन्हें!