बाद में मुझे मेरे प्रश्न और जिज्ञासा पर ख़ुद ही ग्लानि होने लगी। बाद में मुझे मेरे प्रश्न और जिज्ञासा पर ख़ुद ही ग्लानि होने लगी।
सबैटिकल लीव के बाद अब शांतनु और दिशा प्रतीक्षा के बच्चे थे। सबैटिकल लीव के बाद अब शांतनु और दिशा प्रतीक्षा के बच्चे थे।
नहीं बेटा रावण तो आज भी जिन्दा है और तब तक रहेगा जब तक इस दुनिया में गरीबी, बेरोजगारी और मजबूरी रहेग... नहीं बेटा रावण तो आज भी जिन्दा है और तब तक रहेगा जब तक इस दुनिया में गरीबी, बेरो...
उसके माता-पिता जोकि सड़क निर्माण में मजदूरी का कार्य करते थे, एक हादसे में दोनों की ही मृत्यु हो गई ... उसके माता-पिता जोकि सड़क निर्माण में मजदूरी का कार्य करते थे, एक हादसे में दोनों...