सोशल होने के लिए “सोशल-मीडिया” का मोहताज़ क्यों होना? सोशल होने के लिए “सोशल-मीडिया” का मोहताज़ क्यों होना?
लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
थोड़ी देर में मैं ही जाकर देखता हूं कि क्या बात हुई। वो मेरी शक्ल देखने लगे। थोड़ी देर में मैं ही जाकर देखता हूं कि क्या बात हुई। वो मेरी शक्ल देखने लगे।
तुम्हारे कार्य का क्रेडिट किसी और को दिलवाना चाहते हैं तुम्हारे कार्य का क्रेडिट किसी और को दिलवाना चाहते हैं
दूसरों से अपेक्षा रखता हूँ स्वयं क्यों नहीं कर रहा? दूसरों से अपेक्षा रखता हूँ स्वयं क्यों नहीं कर रहा?
पानी…..पानी….. करते - करते मैं कब सो गया या बेहोश हो गया पता नहीं चला। पानी…..पानी….. करते - करते मैं कब सो गया या बेहोश हो गया पता नहीं चला।