पिताजी मन ही मन सोचने लगे मटर पनीर में वह स्वाद कहाँ जो बी डी सी में था। पिताजी मन ही मन सोचने लगे मटर पनीर में वह स्वाद कहाँ जो बी डी सी में था।
परस्पर प्रेम और आपसी समझ हो तो सपने हकीकत में ज़रूर बदलते हैं। परस्पर प्रेम और आपसी समझ हो तो सपने हकीकत में ज़रूर बदलते हैं।
रीना झेंप गई"अरे तुमने मुझे उठाया क्यूँ नहीं ?मैं चाय बना देती !मम्मी जी पापाजी की दवाई का भी टाइम ह... रीना झेंप गई"अरे तुमने मुझे उठाया क्यूँ नहीं ?मैं चाय बना देती !मम्मी जी पापाजी ...
अब मीता भी अपने बेटे की दूरी ज्यादा देर न सह सकी।कुछ ही दिनों में वापस आ गई। अब मीता भी अपने बेटे की दूरी ज्यादा देर न सह सकी।कुछ ही दिनों में वापस आ गई।
" बेटा हरा भरा कबाब बचा है क्या? अगर दूसरों को नहीं चाहिए तो वो ला दो" । " बेटा हरा भरा कबाब बचा है क्या? अगर दूसरों को नहीं चाहिए तो वो ला दो" ।
प्रतिभा मैडम ने सुबोध की बात बीच में ही काटते हुए कहा-" नीलिमा जी या नीली मां जी?" प्रतिभा मैडम ने सुबोध की बात बीच में ही काटते हुए कहा-" नीलिमा जी या नीली मां जी...