कमरे में आने के बाद पल्लू सिर से हटाया, और मानसी मोबाइल लेकर धम्म से बैठ गई। कमरे में आने के बाद पल्लू सिर से हटाया, और मानसी मोबाइल लेकर धम्म से बैठ गई।
सास से बेटी सा प्यार, सरदारजी से अर्धांगिनी का मान मिला। सास से बेटी सा प्यार, सरदारजी से अर्धांगिनी का मान मिला।
अरुण और नीतू एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और एक ही बस स्टॉप पर उतरते थे अरुण और नीतू एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और एक ही बस स्टॉप पर उतरते थे
सत्यकाम रात्रि के गहरे अंधियारे में चल पड़ा भोजन लेकर माया से मिलने सत्यकाम रात्रि के गहरे अंधियारे में चल पड़ा भोजन लेकर माया से मिलने
बन्धनों का अपना ही एक मोह है। इनमें अनगिनत कष्ट है। लेकिन इन कष्टों में ही हमारा सुख है। वह अपने दि... बन्धनों का अपना ही एक मोह है। इनमें अनगिनत कष्ट है। लेकिन इन कष्टों में ही हमारा...