तुमने ही कहा, ऐसे ही लिखती रहो... देखती हूँ लिख-लिखकर तुम्हारे दिल तक पहुँच पाती हूँ की नहीं। तुमने ही कहा, ऐसे ही लिखती रहो... देखती हूँ लिख-लिखकर तुम्हारे दिल तक पहुँच पाती...
गुजारे होंगे तुमने कई दिन ... कई लंबी रातें ... अलमस्त शामें। गुजारे होंगे तुमने कई दिन ... कई लंबी रातें ... अलमस्त शामें।
कुछ अल्फाज़ उसकी डायरी को आज फिर खूबसूरती दे रहे थे। कुछ अल्फाज़ उसकी डायरी को आज फिर खूबसूरती दे रहे थे।