कई दिनों के बाद आज क़ासिद हमारे खानाह में आप का खुतूत लेकर आया। कई दिनों के बाद आज क़ासिद हमारे खानाह में आप का खुतूत लेकर आया।
गुजारे होंगे तुमने कई दिन ... कई लंबी रातें ... अलमस्त शामें। गुजारे होंगे तुमने कई दिन ... कई लंबी रातें ... अलमस्त शामें।
तुम्हारे इंतजार में और आसमान नहीं ताकना है बस मिलके एक बार चाय ही तो पीना है। तुम्हारे इंतजार में और आसमान नहीं ताकना है बस मिलके एक बार चाय ही तो पीना है।