सभी फफक कर रो पड़े, माँ जी ने खुद ही आख़िरी ख्वाहिश पूरी जो कर ली थी। सभी फफक कर रो पड़े, माँ जी ने खुद ही आख़िरी ख्वाहिश पूरी जो कर ली थी।
मन ही मन कल रात हुई बारिश, अलार्म, श्यामा आदि को कोसते हुए संजना ने दरवाज़ा खोला। मन ही मन कल रात हुई बारिश, अलार्म, श्यामा आदि को कोसते हुए संजना ने दरवाज़ा खोला।
अपनी माँ को वही ख़ुशी दे पाती, जो आज उन्हें अपनी बेटी दिव्या से घंटों बात करके मिलती है। अपनी माँ को वही ख़ुशी दे पाती, जो आज उन्हें अपनी बेटी दिव्या से घंटों बात करके मि...
"बेटी, क्या तुमने अपने ससुर को विश किया ?" "बेटी, क्या तुमने अपने ससुर को विश किया ?"