तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई
तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई
जिंदगी में बहुत तरह के लोग मिलते हैं कुछ लोग ऐसे मिलते हैं जिनसे मिलकर ऐसा लगता है कि इनसे हमारा पहले का कोई नाता है। यह कहानी मेरी जुबानी जब हम जिंदगी में लोगों से मिलते हैं । और कुछ ऐसे लोगों से मिलते हैं, इनसे मिलने की कभी आशा भी नहीं होती है।
और बहुत अच्छे रिलेशन बन जाते हैं, तब ऐसा लगता है कि इनसे हमारा पहले भी कोई नाता होगा ,और दिल से निकलता है मेरा तुझसे है पहले का नाता कोई।
इसी तरह एक वाकिया याद आता है हम तिलकवाड़ा में पोस्टेड थे। एक दिन हमारे यहां एक डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर आए। और वह मेरे पति से बोलते हैं चलो आपको एक पेशेंट दिखाना है। एक बहुत सज्जन और फेमस इंसान से मिलाना है जो बहुत सेवा भावी हैं। और आदिवासियों के मसीहा हैं।
सवाल पेशेंट का था इसलिए कितनी भी दूर हो इंटीरियर गांव में भी तो जाना ही था, तो वह और डॉक्टर साहब दोनों जने गए। वहां उनसे मिले। बहुत ही प्रभावशाली ,और बहुत ही शालीन इंसान लगे, उनको और उनके परिवार को भी मेरे पति के साथ में कुछ ऐसा ही लगा।
और वहां से जो हमारा नाता जुड़ा, जो आज तक भी इतना ज्यादा जुड़ा हुआ है। उनको इतना विश्वास था डॉक्टर साहब पर और हमको उन पर। खून के रिश्ते ना होते हुए भी जब तक वे और उनकी पत्नी जिंदा रहे तब तक हमेशा उन्होंने एक मां-बाप की तरह हमको प्यार दिया।
और स्नेह और सम्मान दिया। उनकी मिसेस तो इनको बाजी बोलते थे इनको भाई मानती थी। और हर राखी पर वे राखी बांधने आते थे। और उनके हम लोग भी हमेशा सुख दुख के साथी रहे।
और आज भी उनके लड़कियां और लड़के हैं पर हमारा संबंध आज भी उतना ही मजबूत है। जितना खून के रिश्ते वाले बहनों का होता है।
हर राखी पर हर सुख दुख में उनका साथ। हम क्या कहेंगे उसको यही बोलेंगे के उनका और हमारा पहले का कोई नाता है, पूर्व जन्म का कोई साथ रहा है प्यारा सा। जो हम पारिवारिक प्रोग्राम में भी उनको सबसे ऊपर रखते हैं।
यह जिंदगी है जिसमें जरूरी नहीं कि खून के रिश्ते सही मायने में निभाए जाएं इंसानी रिश्ते भी बहुत काम के होते हैं और बहुत शिद्दत से निभाए जाते हैं और हमने निभाए हैं।
