जाओ बोरिया सब अंदर रखवाओ।” कहते हुए वह हंस पड़ता है। जाओ बोरिया सब अंदर रखवाओ।” कहते हुए वह हंस पड़ता है।
रियो ओलंपिक में अनेक प्रयासों के बावज़ूद जब हमारी झोली खाली ही थी तब पी वी सिन्धु और साक्षी मलिक ने ... रियो ओलंपिक में अनेक प्रयासों के बावज़ूद जब हमारी झोली खाली ही थी तब पी वी सिन्ध...
लेकिन बस में बैठे हुए लोग तो पहले से ही उसे देख रहे थे और सोच रहे थे कि “ये लड़की इतनी बेचैन क्यूँ है... लेकिन बस में बैठे हुए लोग तो पहले से ही उसे देख रहे थे और सोच रहे थे कि “ये लड़की...
काव्या काव्या
" ओह नहीं।" आयशा का मुंह खुला का खुला ही रह गया था। " ओह नहीं।" आयशा का मुंह खुला का खुला ही रह गया था।
कहानी देविका की जो बनी एक रात की दुल्हन कहानी देविका की जो बनी एक रात की दुल्हन