“शाबाश! सोकल! चल, अपना पसन्दीदा अंतरिक्ष-गीत गाएँ! मेरे साथ-साथ गा!” “शाबाश! सोकल! चल, अपना पसन्दीदा अंतरिक्ष-गीत गाएँ! मेरे साथ-साथ गा!”
अंतरिक्ष औपनिवेशिकरण और अंतरिक्ष रक्षा में तथा साथ ही कुछ वैज्ञानिकों के दल को भी भेजा अंतरिक्ष औपनिवेशिकरण और अंतरिक्ष रक्षा में तथा साथ ही कुछ वैज्ञानिकों के दल को भ...
लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
कुछ लोग जो भूत प्रेतों को नहीं मानते उन्होने रहने की सोची तो वो गाँव तक पहुँच ही ना सके । कुछ लोग जो भूत प्रेतों को नहीं मानते उन्होने रहने की सोची तो वो गाँव तक पहुँच ही...