बिना ये जाने कि इन रास्तों पे कई मोड़ भी हैं बिना ये जाने कि इन रास्तों पे कई मोड़ भी हैं
उसके दिल की ख़ामोशियाँ समझ पा रही थी। जिसे तोड़ना आसान नहीं होगा। उसके दिल की ख़ामोशियाँ समझ पा रही थी। जिसे तोड़ना आसान नहीं होगा।
एजुकेशन लोन ले लेते हैं जिससे उसकी आगे की पढ़ाई निर्बाध रूप से चलती रहे।" एजुकेशन लोन ले लेते हैं जिससे उसकी आगे की पढ़ाई निर्बाध रूप से चलती रहे।"
जरूरी नहीं हर चीज मुकम्मल हो जरूरी नहीं हर चीज मुकम्मल हो
लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
, सहाय हवेली चलना है। बिटिया का रिश्ता पक्का करना है न। , सहाय हवेली चलना है। बिटिया का रिश्ता पक्का करना है न।