लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
जवाब दिया -“मैं change करके आता हूँ तुम लोग चलो।” जवाब दिया -“मैं change करके आता हूँ तुम लोग चलो।”
उन्होंने कहा कि भगवान कुछ नहीं कहेंगे और वह इसे बर्दाश्त करेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान कुछ नहीं कहेंगे और वह इसे बर्दाश्त करेंगे।
आज हमारे बच्चे अपने सबसे अच्छे समय में हैं, चलिए उन्हें उनकी यादें बनाने में मदद करें। आज हमारे बच्चे अपने सबसे अच्छे समय में हैं, चलिए उन्हें उनकी यादें बनाने में मदद...
मैंने हमेशा तुम्हें बेटी माना लेकिन अपनी बहन का बर्ताव छुपाने के लिए ऐसा करा। आगे से हम सब कुछ भी बु... मैंने हमेशा तुम्हें बेटी माना लेकिन अपनी बहन का बर्ताव छुपाने के लिए ऐसा करा। आग...
इस संदर्भ में कोई पॉलिसी नहीं बना लेते तब तक के लिये सदन की कार्यवाही स्थ्गित की जाये। इस संदर्भ में कोई पॉलिसी नहीं बना लेते तब तक के लिये सदन की कार्यवाही स्थ्गित की...