हां तो मैंने पूछा तारीख याद है ? हां बाबा हां सब याद है, वह कैसे भूल सकता हूं। हां तो मैंने पूछा तारीख याद है ? हां बाबा हां सब याद है, वह कैसे भूल सकता हूं।
जेल से जेल तक...। जेल से जेल तक...।
अब तक सभी बैंक कर्मचारियों के मुँह लटक गए थे। और वह बालक डर के मारे मुझ से लिपट हुआ था। अब तक सभी बैंक कर्मचारियों के मुँह लटक गए थे। और वह बालक डर के मारे मुझ से लिपट ...
जिन्दगी बोझल सी बेमन सी हो गई थी दूर तक देखने पर भी न कोई राह न मंजिल मिल रही थी, जिन्दगी बोझल सी बेमन सी हो गई थी दूर तक देखने पर भी न कोई राह न मंजिल मिल रही थी...
ये सोच कर खुद की किस्मत को दोष दे कर बैठा ही था की मालिक का संदेश आया की हवेली पर जल्दी आना है। ये सोच कर खुद की किस्मत को दोष दे कर बैठा ही था की मालिक का संदेश आया की हवेली प...
गुमसुम बैठा था वो सड़क के उस पार, जितनी तेज़ी से शाम ढल रही थी, उतनी ही तेज़ी से उसके चेहरे से उम्मी... गुमसुम बैठा था वो सड़क के उस पार, जितनी तेज़ी से शाम ढल रही थी, उतनी ही तेज़ी से...