मैं कड़ाके की ठंड में लखनऊ से अयोध्या के लिए निकला। अभी लखनऊ छूटा भी नहीं था मुश्किल से १० कि.मी. गा... मैं कड़ाके की ठंड में लखनऊ से अयोध्या के लिए निकला। अभी लखनऊ छूटा भी नहीं था मुश...
डर का दर्शन ! डर का दर्शन !
सौरभ अभी अभी गया है। लेकिन यह कहते हुए की मृत्यु के और भी कारण होते हैं। विचार करना। सौरभ अभी अभी गया है। लेकिन यह कहते हुए की मृत्यु के और भी कारण होते हैं। विचार क...
मौत को जीवन से भी ज़्यादा खुशनुमा करना है ये अब आपका निर्णय। मौत को जीवन से भी ज़्यादा खुशनुमा करना है ये अब आपका निर्णय।
मेरी प्रकाश रूपी वास्तविकता, जानने की नि:संदेह तुझे है आवश्यकता। मेरी प्रकाश रूपी वास्तविकता, जानने की नि:संदेह तुझे है आवश्यकता।
जिससे संवाद करनी चाहिए थी, उनसे कोई भी संवाद नहीं कर रहा था॥ जिससे संवाद करनी चाहिए थी, उनसे कोई भी संवाद नहीं कर रहा था॥