निदान
निदान
पुलिस उपमहानिरीक्षक त्रिपुरेश तिवारी की माता जी बहुत धर्म भीरू थी उन्हें किसी धर्म के चमत्कारिक व्यक्तियों से मिलने का बहुत शौक था ।
मोहम्मद हनीफ की चर्चा इस बात को लेकर बहुत जोरो पर थी कि वह सुपर फास्ट ट्रेन से भी अधिक तेज दौड़ते है और लखनऊ से कानपुर के बीच कई बार उनके इस दावे का परीक्षण जनता ने स्वंय किया था।
उपमहानिरीक्षक त्रिपुरेश की माता जी ने हनीफ से मिलने की जिद की और हनीफ मियां माता जी के बुलावे पर हाजिर हो गए।
बात पुलिस के उच्चाधिकारी कि मॉ से संबंधित था हनीफ से माता जी ने कई सवाल किए जैसे कि कैसे वह इतना तेज दौड़ लेते है? जिन्न तो नही सिद्ध किया है?
हनीफ बोले माता जी यह तो अल्लाह के रहम का हुनर है जो भी अल्लाह का नेक बन्दा होता है उसे अल्लाह तोफे में तक्सीम करता है। माता जी ने हनीफ से कहा हनीफ जी बूढ़ हो गइल हई बढ़ा दुख ह कौनो जतन करते की हमे बीमारियों से मुक्ति मिल जात।
हनीफ बोले माता जी आपको तो बड़े बड़े डाक्टर इलाज करते होंगे कोई फायदा नही हो रहा है डॉक्टर भी अल्लाह के फरिश्ते ही होते है यदि वो आपका इलाज़ नही कर पा रहे है तो हम नही कर सकते हम सिर्फ अल्लाह से दुआ कर सकते है ।
माता जी ने दुआ ही करने के लिये कहा हनीफ ने तुरंत कुछ फातिया कलमा पढा और माता जी को एक ताबीज दिया माता जी ने रख लिया मगर माता जी को कोई फायदा हुआ हो ऐसा नही था।
माता जी के मन मे विश्वास हो गया कि जिस चीज का निदान जो है वही कारगर है ।।