मेरी प्रेरणा

मेरी प्रेरणा

3 mins
322


 ' प्रेरणा ' एक ऐसा शब्द है , जो अपने मे कई भाव समेटे है । जब हम किसी से प्रेरणा लेते है तो हम उसके प्रति आदर प्रकट करते है , अपने दिल में उसके लिए सम्मान होता है और हमारी नज़रों में उसकी इज्जत बढ़ जाती है । यही भावों के मिश्रण को हम किसी से प्रेरणा लेना कहते हैं , उसे अपना आदर्श मानते हैं। 

  प्रेरणा जीवन में कहीं भी और किसी से भी ली जा सकती है , चाहे वह सजीव हो या निर्जीव ! निर्जीव वस्तुएं भी हमें बहुत कुछ सिखा जाती है । इंसानों की फितरत में धोखा, फरेब , चालबाजी यह सब भरा होता है , पर निर्जीव वस्तुओं में ऐसे अवगुण नहीं होते । सीखने की इच्छा हो हम किसी से भी सीख सकते हैं । जैसे चिड़ियों से समय का पालन करना , कुत्तों से वफादारी और गधों से मेहनत करना सीख सकते हैं । 

 हम अपनी प्रेरणात्मक विचार बताकर भी दूसरों को प्रेरणा दे सकते हैं , प्रेरणात्मक कहानी पढ़कर भी प्रेरणा मिल सकती है । मुझे याद है , अपने स्कूल टाइम पर मैं लंच नहीं करती थी , हमेशा इन्टरवल खाने की जगह मैं खेलने चली जाती थी और छुट्टी मे घर जाते वक्त लंच रास्ते में फेंक देती थी , जिससे घर में डांट ना पड़े । एक दिन छुट्टी में मेरे भैय्या मुझे स्कूल लेने आए , अब रोज की तरह खुले आम मैं लंच फेंक नहीं सकती थी तो उसने छुपा कर डालने की कोशिश की , पर उन्होंने मुझे खाना फेंकते हुए देख लिया । पहले तो कुछ नहीं बोले पर शाम को घूमाने के बहाने मुझे एक गरीब बस्ती के पास ले गए , जहां छोटे छोटे बच्चे बोरी के लिए कूड़े में से सामान चुन रहे थे । उन्होंने मुझे उनकी ओर इशारा करते हुए कहा , ' इन बच्चों को देख रही हो , ये अपनी उम्र से बड़े हो गए हैं । इनके परिवार के पास रोज की रोटी खाने को पैसे नहीं हैं , इसलिए ये खेलने पढ़ने की उम्र में अपनी रोटी का जुगाड का रहे हैं । तुम्हारे पास सब कुछ है इसलिए तुम उसकी कीमत नहीं समझ पा रही हो और अन्न बर्बाद करती हो । यदि तुम्हें नहीं खाना हो तो इन्हें लाकर दे दिया करो , कम से कम इन्हें थोड़ी कम मेहनत करनी पड़े । ' 

भैय्या की बातें सुनकर मुझे एहसास हुआ कि मैं ग़लत कर रही थी , मेरा पेट भरा हुआ है तो क्या किसी को भूख नहीं लगती । हमें अपने लिए नहीं तो दूसरो के लिए अन्न को बर्बाद नहीं करना चाहिए , एक किसान कई महीने मेहनत करता है तब यह खाना हमे नसीब होता है । उस दिन मेरे जीवन का बहुत बड़ा सबक मुझे मिला और मैंने खाना बर्बाद करना छोड़ दिया । 

  


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational