Piyush Goel

Children Stories

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लोकतंत्र के विनाशक

लोकतंत्र के विनाशक

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दोस्तो भारत एक लोकतांत्रिक देश है । जहाँ पर जनता ही सरकारों का चयन करती है पर कुछ लोग ऐसे होते है जो इस लोकतंत्र का विनाश करने चाहते है और वो मत अर्थात वोट न देकर इस कार्य मे सफल होते है । आज मैं एक एकांकी लिखने जा रहा हूँ जिसके अंदर में इन लोकतंत्र के विनाशको की एक छोटी सी झलक दिखाने जा रहा हूँ।

पात्र परिचय

रामलाल: घर के बुजुर्ग दादा

लाजवंती: घर की दादी अम्मा

सोहन: घर का जवान बेटा

अमृता: घर की जवान बेटी

राजेश्वरी: घर की बहू

रामलाल: "बेटा ओ बेटा चल वोट देने जाते हैं।"

सोहन: "क्या पिताजी वोट देने?"

रामलाल: "हाँ बेटा वोट देने।"

सोहन: "वोट देना फालतू का काम है।"

रामलाल (गुस्से में ) : "ओ नालायक इंसान किसने सिखाया                  

 तुझे ये सब हमारेखानदान में ऐसा किसी ने नही समझा।"

सोहन : "पिता जी आते देना फॉर का काम है।"

रामलाल : "एक थप्पड़ मारूँगा अगर लोकतंत्र को एक और गाली दी तो ।

सोहन : "पिताजी कोनसी गाली दे दी मैंने ?"

रामलाल : "बेटा तू जानता नही की तू कब से लोकतंत्र को गाली दे रहा है ।"

सोहन: "आपका मतलब क्या है ?"

रामलाल: "वोट देना फालतू का काम है ये लोकतंत्र को गाली ही तो है और क्या है?"

लाजवंती पूजा की आरती देने सब को आती है और लड़ाई देखकर पूछती है 

लाजवंती : "क्या हुआ किस बात पर बहस हो रही है ? "

सोहन: "कुछ नही बस वोट देने पर बहस हो रही थी ।"

लाजवंती : "इस बात पर क्या बहस हो रही थी ?"

सोहन :" कुछ नही बस पापा कह रहे थे कि वोट देना अच्छा है और मैं कह रहा था कि वोट देना फालतू का काम है ।"

लाजवंती : °ओ नालायक बेवकूफ इंसान किसने सिखाया तुझे ये सब।"

सोहन: "है भगवान अब आप भी ।"

लाजवंती : "अगर पूरे देश की सोच तेरे जैसी हो जायके तो इस देश का क्या होगा ?"

सोहन : चिंता मत करो बहुत लोग हैं जिनके पास वोट देने का फालतू का टाइम है ।"

अमृता हाल में कुछ लेने आती है और

लाजवंती : "अच्छा हुआ बेटी तू आगयी ।"

अमृता : "क्यो मम्मी ? "

लाजवंती: "बेटा तू अपने भाई को समझा कि वोट देना कितना जरूरी है ?"

अमृता: "अब इसमें क्या समझाना है ? "

रामलाल: "बेटा ये समझ की वोट देना कितना जरूरी है ?"

अमृता : "क्या वोट देना कोई ज़रूरी नही है ।"

रामलाल: "हे भगवान तुम जैसे लोगो की वजह से ये देश खतरे में है ।"

अमृता : "हमारे वोट देने से कही न सरकार बदलती ।"

रामलाल : "एक काम करो कल सुबह ही तुम दोनो हवाईजहाज पकड़कर चले जाओ विदेश ।

राजेश्वरी कुछ लेने के लिए होल में आती है"

सोहन : "राजेश्वरी तुम बताओ कि वोट देना ज़रूरी है या नही।"

राजेश्वरी : ये कैसा सवाल है वोट देना तो भारतवासी का कर्तव्य है ।

रामलाल : अच्छा हूँआ बेटी तुम अपने पति जैसी नही हो ।

राजेश्वरी: क्या इनकी इतनी बुरी सोच है ।

रामलाल :" कुछ भी हो हम तो वोट देने जाएंगे"

अब वो लोग वोट देने चले जाते हैं ।



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