काला अतीत
काला अतीत
आज यशी का काला अतीत सबके सामने आ गया, बड़ी खुश रहती थी यशी बस लोगों की मदद करना पेड़ पौधे लगाना ग़रीब बालकों को पढ़ना यही उस का जीवन, यही नशा यही पहचान, कोई नहीं जानता है । कहाँ से आयी कब से यहाँ रहती है बस सबके लिये लगी रहती बाकी समय में लिखना गुनगुनाना और पशु के साथ खेलना, खिलखिलाना।
अचानक से यशी का अतीत उसके सामने आ गया, अरे वही उसका दंभी पति आकर गाड़ी में भरकर ले गया। चलो तलाक के पेपर पर साइन करके जाना बहुत रोई गिड़गिड़ायी पर वह नहीं माना। आज भी यशी कानून की लड़ाई लड़ रही है। आइये हम सब मिलकर यशी जैसी महिला के लिए अरदास करें, की वह कामयाब हो और लोगों के लिये मिसाल बना सके।