इंटरनेट का होना नहीं होना
इंटरनेट का होना नहीं होना
"नानी नानी हमको यह बताओ अगर इंटरनेट नहीं होता तो आप क्या करते। आपने तो दोनों तरह की दुनिया की है आपको क्या लगता है? हमको सुनाओ
नानी बोलती है "हां हमने इंटरनेट के बिना और इंटरनेट के साथ दोनों ही जीवन जिये हैं ।दोनों ही अपने आप में भरपूर हैं।पहले सब चीज फिजिकल लिखकर के हार्ड डिस्क जैसा होता था । जो कॉपी में लिखा जाता रजिस्टर में लिखा जाता किसी पर डिपेंडेंसी नहीं थी।आज सभी जगह डिजिटाइजेशन होने से अगर लाइट नहीं आ रही हो अगर कंप्यूटर नहीं चल रहा हो हमारे काम वही अटक जाते हैं ।पहले अपनों को देने के लिए भी बहुत समय होता था।
इंटरनेट ने हमारा समय बांट लिया है ।अब इंटरनेट के साथ आज इंटरनेट है तभी हम आपके साथ हैं।छोटी से छोटी जानकारी जो हम किताबों पढ करके उसमें से लिखकर निकालते थे।आज हम नेट सर्च करते हैं और फटाफट कॉपी पेस्ट कर देते हैं।इंटरनेट के होने से दुनिया छोटी हो गई है। ग्लोबलाइजेशन के कारण सब सब आसान हो गया है। पढ़ाई में भी प्रोजेक्ट में फटाफट कंप्यूटर के ऊपर से कॉपी पेस्ट करा जानकारी निकाली और चल भाई चल सही है ना दिमाग को तो ज्यादा कसना ही नहीं पड़ता है तुमको।"
"क्या नानी आप भी हमेशा ऐसे बोलती रहती हो मेहनत तो हम भी करते हैं।"
"हां मेहनत तो तुम भी करते हो मगर इंटरनेट में सब सरल कर दिया है।"और सुनो इंटरनेट के फायदे इसके कारण तभी तो अपन सब जने दूर-दूर वीडियो कॉलिंग पर एक दूसरे के पास है इससेअपने जो दूर रहते हैं वह दूर नहीं लगते हैं।उनसे जब चाहे तब वीडियो कॉलिंग वगैरह करके बात कर सकते हैं 1 मिनट में, 1 सेकंड में अपनी बात लोगों तक पहुंचा सकते हैं।अपनों तक पहुंचा सकते हैं बहुत फायदे हैं । इंटरनेट के होने से कोरोना के कारण स्कूल में फिजिकल प्रेजेंस बंद रहेगी मगर फिर भी स्कूल चले, ऑफिस चले, दुनिया चली कुछ रुका नहीं ,सब निरंतर चलता रहा । तुम लोगों की स्कूल प्रोजेक्ट रिजल्ट कहां रुका कुछ नहीं रुका काम तो सभी चले ना मुसीबते कितनी भी आई मगर सब काम चलते रहे जैसा भी इंटरनेट की वजह से ही संभव हुआ है ना क्यों सही है ना।हां मगर मैं कहूंगीइसके साथ में हमको अपनों का साथ और अपनों का सम्मान नहीं भूलना चाहिए।और लिखने का हार्ड कॉपी भी चालू रखनी चाहिए । पढ़ाई लिखकर करनी चाहिएहर काम में खाली इंटरनेट पर नहीं खाली कंप्यूटर पर नहीं अपने रजिस्टर में भी लिखना चालू रखें ,तो कभी आप की फाइलें कंप्यूटर से उड़ जाएं तो आपके पास तो रहे हार्ड कॉपी को कोई नहीं नुकसान पहुंचा सकता क्यों सही है ना। तो बोलो बच्चों कैसी लगी तुमको नानी की बात कुछ समझ में आया तुम तो खुद ही टेक्नोक्रेट बच्चे हो नानी को इतनी कहां आती है।थोड़ा बहुत आता है तो भी नानी ने तुम को समझाने की कोशिश करी है।अच्छा फिर मिलेंगे आज के लिए इतना ही। बाय खुश रहो मेरे बच्चो"
