डेंजरस माइंड
डेंजरस माइंड


वह उसकी आँखों में नज़रे गड़ाते हुए कहने लगा,"तुम्हें कोई बार बार देखे यह मुझे सख़्त नापसन्द है।"
सिसकते हुए उसने कहा,"मैं सुन्दर हूँ इसमें मेरा क्या कसूर है?"
"तुम्हारा सुन्दर चेहरा ही तुम्हारा दुश्मन है।" कहते हुए उसने झटके से जेब से चाकू निकालकर उस सुन्दर चेहरे पर दो तीन वार कर दिये।
वह लड़की रोते रोते कहने लगी,"तुम तो मुझे बेहद चाहते हो। मुझे प्यार करते हो, फिर भी मुझ पर तुम्हें जरा भी रहम क्यों नहीं आता है?"
उसने बड़े ही सर्द लहजे में जवाब दिया,"रहम आता है तभी तो जिंदा छोड़ रहा हूँ।"
चेहरे की जख्मों से बहते हुए खून को देखे की लरज़ते दिल के जख्मों को देखे इस असमंजस में यह सवाल उसका जैसे पीछा करने लगा, खूबसूरत होना कोई गुनाह है क्या?