हाँ भई यह बात तो माननी पड़ेगी केतकी तुम्हारी हमेशा बड़की बिटिया को विशिष्ट तोहफ़ा ही देती हो ...मजाल है कोई उँगली उठा तो दे
केतकी को साड़ी में देखकर रोहन को लगा, ये छोटे शहर की गँवार लड़की है पर जब बाच में बच्चों की सिखाते, रेस्टोरेंट में अंग्रेज...
पुत्र प्रेम में मोहाँध धृतराष्ट्र ने क्यूँ घर की इज्जत को नीलाम होने दिया
" बेटा मम्मी बाद मे बनना पहले पढ़ लिख कर रानी बिटिया बन जा ।
क्या आप मुझे जानती है
हर लड़की अपने जवानी में कदम रखते ही ये ख्वाब देखती है की कब उसके सपनो का राजकुमार उसे घोड़ी पे उठाके ले जायेगा. ये सारा खे...