..भाई ने कुछ दिनो बाद मुझे प्यार से समझा या हमने जिस लड़के से तुम्हारी सगाई कि है वह क्लास टू आफिसर्स है उसका कहना है कि...
इन्सान को हमेशा दूसरे के काम की कद्र करना चाहिए, उसे सदैव सम्मान देना चाहिए, न कि उसका अपमान करना चाहिए।
मेन गेट पर सिक्योरिटी केबिन के पास ही एक पीo सीo ओo बूथ हुआ करता था, जहाँ से सिक्का डाल कर फ़ोन किया जा सकता था ।
“अरे मत पूछ भाई। बड़ी मुश्किल हुई उसे समझाने में। मान ही नहीं रहा था। बड़ी देर समझाया तब जाके माना है।”
कॉलेज की पृष्ठ्भूमि पर रची गयी एक प्रेमगाथा...
मैं हैरान था, रुपेश के शब्द और उनका उच्चारण का तरीका अभी भी वही पुराना था, पर वक़्त ने उसके कारण ढूँढ़ने का तरीका बदल दि...