ख़ूब समझते चाल आपकी ख़ूब समझते चाल आपकी
ख़ूब नाचते भूल के सर्दी ख़ूब नाचते भूल के सर्दी
है हंसी वो सूरत से , देखो यारों ख़ूब ॥ मगर बात से बदज़ुबां, वो कितना महबूब ॥ है हंसी वो सूरत से , देखो यारों ख़ूब ॥ मगर बात से बदज़ुबां, वो कितना महबूब ॥
वफ़ा से कर गया इंकार मुझको वो ही बेगैरत दुखी मेरा हुआ है दिल उसी की ही ज़वाबी से. वफ़ा से कर गया इंकार मुझको वो ही बेगैरत दुखी मेरा हुआ है दिल उसी की ही ज़वाबी स...