अश्रुओं को गिराये बादल उड़े जा रहे हैं तुुुम तक संदेशा मेरा लिये जा रहे हैं! अश्रुओं को गिराये बादल उड़े जा रहे हैं तुुुम तक संदेशा मेरा लिये जा रह...
कब त्यागोगे तुम इस आलस्य के मय को। भर लो अपने तन में स्फूर्ति की नई उमंग को। कब त्यागोगे तुम इस आलस्य के मय को। भर लो अपने तन में स्फूर्ति की नई उमंग को।
दिन दूसरा आता है मंगलवार, मंगल ग्रह के नाम से इस दिन का नाम पड़ा है, दिन दूसरा आता है मंगलवार, मंगल ग्रह के नाम से इस दिन का नाम पड़ा है,