सूरज किसी से प्रेरित हुए बिना रोशनी दे रहा है इसलिए सूर्य अमर रहेगा। सूरज किसी से प्रेरित हुए बिना रोशनी दे रहा है इसलिए सूर्य अमर रहेगा।
हो जाती है पूर्ण तुम्हीं से, काव्य-कामिनी कञ्चन। हो जाती है पूर्ण तुम्हीं से, काव्य-कामिनी कञ्चन।
सूर्य-किरणें सूर्य-किरणें
एक खूबसूरत शाम, चाँद के बहाने एक खूबसूरत शाम, चाँद के बहाने
अँधेरे तूफां को समेटे वह सारी हकीकत मेरी झुकी पलकों पर ठहरी हुई हैं ,तुम , चाँद और मैं डूबे हुए है... अँधेरे तूफां को समेटे वह सारी हकीकत मेरी झुकी पलकों पर ठहरी हुई हैं ,तुम , चाँ...
(चाँद उस दिन से हँसना भूल गुमसुम हो गया) (चाँद उस दिन से हँसना भूल गुमसुम हो गया)