जो अकेले ना रह पाए तो क्या गुनाह हुआ। जो अकेले ना रह पाए तो क्या गुनाह हुआ।
तुम भोर की पहली किरण तुम ही रातों की रौनक तुम भोर की पहली किरण तुम ही रातों की रौनक