तू ईश्वर का दूसरा रूप है तू अटल है अनंत है। तू ईश्वर का दूसरा रूप है तू अटल है अनंत है।
दर्द के द्वार पर, गम की चादर तनी। है रुदन हर तरफ, और उदासी घनी। दर्द के द्वार पर, गम की चादर तनी। है रुदन हर तरफ, और उदासी घनी।
यह कविता कुछ खास सहेलियों के नाम। यह कविता कुछ खास सहेलियों के नाम।
लाज के मारे अखियाॅं नीचे छेड़े सखियाॅं पिचकारी खिंचे लाज के मारे अखियाॅं नीचे छेड़े सखियाॅं पिचकारी खिंचे
हम यूँ रहते मस्त यहाँ जैसे नीलगगन में परियाँ करते हम एक-दूसरे से प्यार भरी शैतानियाँ हम यूँ रहते मस्त यहाँ जैसे नीलगगन में परियाँ करते हम एक-दूसरे से प्यार भरी ...
जीवन के अर्ध सटक पार कर के भी अच्छे दोस्त हमेशा एक दूसरे के साथ होतें हैं। .... जीवन के अर्ध सटक पार कर के भी अच्छे दोस्त हमेशा एक दूसरे के साथ होतें हैं। ....