दूरी मीलों की भले हो मन पे तुम काबिज रहीं। दूरी मीलों की भले हो मन पे तुम काबिज रहीं।
मेरी रूह में हर एक कतरे में फ़क़त तू ही तो समाया है। मेरी रूह में हर एक कतरे में फ़क़त तू ही तो समाया है।
तेरी राहों में पड़े हैं,आँखों से कुछ तो तर्जुमा मिले। तेरी राहों में पड़े हैं,आँखों से कुछ तो तर्जुमा मिले।
बिछड़ते वक़्त उसे सीने से भी लगा ना सका, जिस शख़्स से वाबस्ता थीं साँसें मेरी । बिछड़ते वक़्त उसे सीने से भी लगा ना सका, जिस शख़्स से वाबस्ता थीं साँसें मेरी...