खुदगर्जी की अब दुनिया ऐसी हो गई मजे मजे में अपने को ही यारों लुटा गई। खुदगर्जी की अब दुनिया ऐसी हो गई मजे मजे में अपने को ही यारों लुटा गई।
जिससे नर नारी क्या पशु पक्षी भी नहीं अछूता जिससे नर नारी क्या पशु पक्षी भी नहीं अछूता
हरदम ही पूरा रहिए तैयार, मानवीयता तो बस इसी का नाम है। हरदम ही पूरा रहिए तैयार, मानवीयता तो बस इसी का नाम है।